Sawan 2023: भगवान शिव का प्रिय माह सावन 4 जुलाई से शुरू हो रहा है। सावन माह में आप अपने नाराज पितरों को खुश करने का उपाय कर सकते हैं। पितर खुश होंगे तो आपके परिवार में सुख, शांति, तरक्की, धन, धान्य, संतान सुख आदि प्राप्त होगा। यदि आपके पितर नाराज होते हैं तो कार्यों में असफलता के साथ घर में अशांति, वंश वृद्धि न होना जैसे संकेत मिलने लगते हैं। सावन माह में आप भगवान शिव से जुड़े 2 आसान उपाय करते हैं तो पितृ दोष से मुक्ति मिल सकती है। आपके नाराज पितर प्रसन्न होकर अशीर्वाद देंगे।
Sawan 2023: सावन में पितृ दोष दूर करने के उपाय
1. भगवान शिव परमपिता और महाकाल हैं। उनकी पूजा से हर प्रकार की अशांति दूर हो जाती है, हर दोष खत्म हो जाता है। पितृ दोष की शांति के लिए सावन सोमवार के दिन सुबह स्नान करें और वस्त्र धारण करें। उसके बाद बिना चप्पल पहने ही शिव मंदिर जाएं।
शिवलिंग का जल से अभिषेक करने के बाद उस पर आक यानि मदार के 21 फूल अर्पित करें। बेलपत्र और कच्ची लस्सी चढ़ाएं। ओम नम: शिवाय मंत्र का उच्चारण करते हुए शिव पूजा करें। सावन के पहले सोमवार से इस उपाय को करें और लगातार 16 सोमवार इस प्रक्रिया को दोहराएं । शिव कृपा से पितृ दोष दूर हो जाएगा। घर की उन्नति होगी।
2. पितृ दोष से परेशान हैं और उन्नति नहीं हो रही है तो सावन माह में भगवान शिव शंकर की पूजा करें। पूजा स्थान पर शिवलिंग या महादेव की मूर्ति के समक्ष बैठ जाएं। उसके बाद शिव गायत्री मंत्र ‘ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय च धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात.’ का कम से कम एक माला यानि 108 बार जाप करें।
सुविधानुसार यह मंत्र जाप सुबह या शाम में करें। इस मंत्र का जाप पूरे सावन माह में हर दिन करें। परमपिता शिव के आशीष से नाराज पितर खुश होंगे, पितृ दोष दूर होगा और हर प्रकार का संकट भी मिट जाएगा।
इस साल 2 सावन अमावस्या हैं। एक सावन आमवस्या 17 जुलाई को है और दूसरा सावन अमावस्या 16 अगस्त को है। सावन में अधिक मास होने के कारण इस साल श्रावण अमावस्या दो बार है। 16 अगस्त को सावन अधिक मास की अमावस्या है।