देहरादून। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी ने कहा है कि उत्तरकाशी में 12वीं सदी के जगन्नाथ (Jagannath) मंदिर और उसके परिसर का विकास किया जाएगा। इस मंदिर को प्रदेश सरकार के मंदिर माला परियोजना में शामिल किया जाएगा। दरअसल इस मंदिर के बारे में उन्हें केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने जानकारी दी और बताया कि उन्हें इस मंदिर की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से मिली थी।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री का कहना है कि यह देश में एक भारत श्रेष्ठ भारत का एक बेहतरीन उदाहरण है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी से लगभग 6 किमी दूर जगन्नाथ मंदिर की खोज की गई है। यह मंदिर समुद्र तल से लगभग 3000 फीट की ऊंचाई पर है। यह श्रीजगन्नाथ के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है।
उत्तराखंड के एक कलाकार दंपत्ति सब्यसाची और संचिता ने उत्तरकाशी के 12 वीं सदी के जगन्नाथ (Jagannath) मंदिर को लेकर के एक वीडियो ट्वीट किया था। इसके बाद शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसके बारे में और अधिक जानकारी सब्यसाची और संचिता से ली। तब उन्हें पता चला कि भगवान जगन्नाथ के एक भक्त जनार्दन महापात्रा 1 साल पहले अपनी बेटी के एडमिशन के लिए उत्तराखंड की राजधानी देहरादून गए थे। वहां पर उन्होंने भगवान जगन्नाथ के प्रति अपनी श्रद्धा के कारण उनकी मंदिर की खोज शुरू की।
इसी क्रम में वहां पर लोगों ने उन्हें बताया कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी में 12 वीं शताब्दी का एक प्राचीन जगन्नाथ मंदिर है। वही वहां गए और उन्होंने वहां पर भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना की और इस मंदिर परिसर को विकसित करने के लिए उन्होंने सब्यसाची और संचिता से बात की।