देहरादून। प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता और उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद के नवनियुक्त अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी ने शुक्रवार को अध्यक्ष के तौर पर कार्यभार ग्रहण किया । नए अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी ने जिम्मेदारी देने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को धन्यवाद दिया।
प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता और उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद के नवनियुक्त अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी ने आज दिनांक 29 सितम्बर, 2023 को अध्यक्ष के रूप में कार्यालय में कार्यभार ग्रहण किया और परिषद स्टाफ के साथ उत्तराखंड सरकार के विजन पर चर्चा की। नए अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी ने जिम्मेदारी देने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को धन्यवाद दिया। प्रेस से बातचीत करते हुए मुफ्ती शमून कासमी ने कहा कि उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद, माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के सबका साथ-सबका विकास सबका विश्वास और सबका प्रयासके दृष्टिकोण का पालन करेगा और मदरसों को राष्ट्रवादी की मुख्यधारा से जुड़ेगा!
उन्होंने कहा है कि कुरआन के साथ साथ मदरसों में वेद पाठ पढ़ाया जायेगा चार धाम की संस्कृति , गाय और गंगा की अहमियत समझाई जाएगी जिससे बच्चों मे दोनों धर्मों का एक समान ज्ञान हो सके। भले ही मदरसे में ड्राप आउट बढ़ रहा हो …. भले ही मदरसों में आधुनिक शिक्षा के नाम पर बजट का बंदरबाट हो रहा हो …भले ही मदरसा संचालक योजनाओं का पैसा डकार रहा हो भले ही वजीफा ऑनलाइन होने के बाद भी खेल हो जा रहा हो …
हांलाकि इसके पहले उत्तराखंड वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष भी कुछ ऐसा ही बयान दे चुके हैं जहाँ मदरसों में संस्कृत पढ़ाने की बात कही गयी थी। अब ये हिन्दुत्व की बैसाखी से सियासी उड़ान भरने का सिर्फ हथकंडा है या वाकई कोई संजीदगी है इसमें ये तो माननीय बनाये गए ओहदेदार ही जाने , लेकिन सच्चाई तो ये है कि दोनों ही बोर्ड अपने वजूद की जद्दोजहद सालों से कर रहे हैं।