रविवार रात को वसंत विहार थाना क्षेत्र में एक होटल में डीएवी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष की बेटी के जन्मदिन की पार्टी के दौरान विवाद हो गया धीरे धीरे विवाद इतना बढ़ा की गोलियां तक चल गई। इस दौरान एक युवक गोली लगने से घायल हो गया। वहीं जब मिडिया मोके पर पहुंची तो मीडिया वालो पर भी जानलेवा हमला हुआ है। आरोप है कि एक प्रतिष्ठित मीडिया चैनल वालों के कैमरे और मीडिया माइक तोड़े गए, गोलियां चलाई गई और मारपीट भी की गई। लेकिन चार दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। अभी तक आरोपीओं को नहीं पकड़ा गया, ऐसे में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे है। लोकतंत्र के चौथे स्तभं पर खुलेआम वार किया गया बतमीजी की गई लेकिन पुलिस कुंभकरण की नींद सो रही है। ऐसे में सवाल उठने लगे है कि आखिर गोली चलाने वाला वीआईपी है या वीवीआईपी जिसको पड़ने की पुलिस हिम्मत नहीं जुटा पा रही है।
देहरादून के बसंत बिहार थाना क्षेत्र में गोलियां चलने की घटनाएं आम हो गई है पहले जहां होटल सैफरोन लीफ के पास खड़ी कार पर ताबतोड़ गोलियां चलाई गई थी तो वहीं एक बार फिर बसंत बिहार में गोलियां चली है। जिसमें आभास चौहान नाम के एक युवक को गोली लगी है।जिसे कैलाश हास्पिटल में भर्ती कराया गया।
युवक सहारनपुर का रहने वाला है। वहीं पुलिस पर आरोप है कि दूसरे पक्ष का फर्जी मुकदमा दर्ज करके दबाव बनाया जा रहा है जबकि युवको पर ही गोली चलाई गई और कई लडको को फॉरचुनर से कुचला गया जिनका मेडिकल रिपोर्ट भी है। साथ ही पुलिस अभी तक यह पता भी नहीं लगा पाई की गोली किसके लाइसेंसी पिस्टल से चली है। जिस लाइसेंसी हथियार से गोलियां चलाई गई उसे अभी तक जप्त नही किया गया.वहीं युवको का कहना है कि पुलिस दूसरी पार्टी यानी गोली चलाने वालो को बचा रही है। उनका कहना है कि जिसका लाइसेंसी पिस्टल है उसको गिरफ्तार किया जाए और लाइसेंस निरस्त किया जाए। आपको बता दें कि मीडिया वालो पर भी जानलेवा हमला हुआ है।
आरोप है कि एक प्रतिष्ठित मीडिया चैनल वालों के कैमरे तोड़े और मीडिया माइक तोड़े गोलियां चलाई गई, मारपीट की गई,लेकिन इसके बावजूद अभी तक पुलिस के हाथ खाली है। बताया जा रहा है कि गोली चलाने वाले पक्ष में डीएवी के पूर्व छात्रसंघ NSUI अध्यक्ष कुलदीप कुल्हड़ शामिल है। जिसके खिलाफ अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।