सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल ने इस विषय को गंभीरता से लेते हुए देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह जी से फोन पर वार्तालाप कर इस विषय की जानकारी उनको दी।अध्यक्ष जी के अनुरोध पर एसएसपी के द्वारा विषय की गंभीरता को समझते हुए। जिले की पुलिस को अलर्ट कर छानबीन शुरू की गई।
कुछ ही घंटे बाद पता चलता है कि वह 18 वर्षीय बालक मसूरी सरकुंडा देवी के निकट पाया जाता है। पुलिस के द्वारा नवयुवक परिवार को सौंप दिया जाता है।