जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के बफलियाज इलाके में 21 दिसंबर को आतंकी हमले में गढ़वाल के दो शहीद हो गए थे। जिनका पार्थिव शरीर आज सुबह देहरादून के जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर पहुंचा। जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की साथ ही परिजनों को ढाढ़स बंधाया।
इसके बाद दोनों के पार्थिव शरीरों को सेना के हेलीकॉप्टर से उनके घर भेजा गया। घर पर शहीदों के पार्थिव शरीर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। बीती 30 सितंबर को ही गौतम की सगाई हुई थी और 11 मार्च को उनकी शादी होने वाली थी, लेकिन उनकी शहादत की खबर से शादी की तैयारियों वाले घर में मातम पसर गया।
पहले बलिदानी के पार्थिव शरीर को दो दिन पहले उत्तराखंड लाया जाना था, लेकिन कई कारणों से नहीं लाया जा सका। गौतम की तैनाती 89 आर्म्ड कोर में थी, वहीं वीरेंद्र 15वीं गढ़वाल राइफल्स में तैनात थे। वीरेंद्र का परिवार रुड़की में रहता है, लेकिन उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव बमियाला में किया जाएगा।