नोएडा : उत्तर प्रदेश बीजेपी के संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह बिजनौर जिले के नगीना तहसील के हुरनगला के मूल निवासी हैं। मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद सरकारी नौकरी को त्याग कर 1990 में एबीवीपी के पूर्णकालिक निकले और 27 वर्षो तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के विभिन्न दायित्वों का निर्वहन किया।
झारखंड बीजेपी के संगठन महामंत्री रहे धर्मपाल सिंह इससे पूर्व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड के संयुक्त क्षेत्र संगठन मंत्री रहे। वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संगठन मंत्री और राष्ट्रीय मंत्री की जिम्मेंदारी भी निभा चुके हैं।
धर्मपाल बिजनौर जिले के नगीना तहसील के हुरनगला के मूल निवासी हैं। मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद सरकारी नौकरी को त्याग कर 1990 में एबीवीपी के पूर्णकालिक निकले और 32 वर्षो तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद(अभाविप) के विभिन्न दायित्वों का निर्वहन किया। उन्हे इससे पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संगठन मंत्री और राष्ट्रीय मंत्री की जिम्मेंदारी दी गई थी। उसके बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से उस पूर्णकालिक कार्यकर्ता को किसी समवैचारिक संगठन के दायित्व पर भेजने की परम्परा है। उसी कड़ी में धर्मपाल सिंह को झारखंड बीजेपी संगठन महामंत्री की जिम्मेदारी दी गई थी।
धर्मपाल सिंह को छात्र राजनीति का पुरोधा माना जाता है। उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के क्षेत्रीय संगठन मंत्री रहते हुए छात्रों के बीच कई नए प्रयोग किए। छात्र सिर्फ विश्वविद्यालय व कालेज परिसर की शैक्षणिक व्यवस्था को ही ठीक नहीं करेगा, वह गांव जाकर वहां की वास्तविक समस्याओं को जानेगा और समझेगा, फिर उसका समाधान खोजेगा। उनके सुझाव पर ही केन्द्रीय नेतृत्व ने देशभर में ‘अनुभूति’ कार्यक्रम को शुरू किया।