रुड़की। साउथ सिविल लाइंस में हुए जलभराव को लेकर हाईवे को जाम कर दिए जा रहे धरने के बीच पूर्व सीएम हरीश रावत पहुंचे। इसके साथ खानपुर विधायक उमेश कुमार ने भी धरना स्थल पर पहुंचकर वार्ता की। पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि स्थानीय प्रशासन बेहद ढीला है, जो समय रहते समस्या का समाधान नहीं कर सका।
उन्होंने कहा कि जब तक जलभराव का समाधान नहीं होगा, तब तक धरनास्थल से नहीं हटेंगे। शाम करीब चार बजे धरनास्थल पर पहुंचे पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि आपदा के स्तर पर सरकार फेल है। प्रशासन की ओर से ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। लोग भगवान भरोसे समय गुजार रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीएम रहते हुए उन्होंने सबसे पहले साउथ सिविल लाइंस और मोहनपुरा में जलभराव की समस्या के निजात के लिए हाईवे के दोनों और नाले निर्माण की घोषणा की थी।
लेकिन इसके बाद सीएम त्रिवेेंद्र सिंह रावत आए और फिर कुछ नहीं हुआ। इस मौके पर पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन, कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी एडवोकेट, डॉ राकेश गौड़, यासर अराफात, विरेंद्र ठाकुर, पंकज सोनकर आदि मौजूद रहे।
– धरने पर बैठे हरीश रावत से दो बच्चों ने बातचीत में कहा कि अंकल हम स्कूल कैसे जाएं जब पानी चारों तरफ भरा हुआ है। इस पर हरीश रावत ने कहा कि उनकी व्यवस्था करा कर ही यहां से जाएंगे।इस मौके पर महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने कहा कि बरसात से पहले कई प्रशासन और मुख्यमंत्री ज्ञापन दिए लेकिन सरकार ने कोई कदम नहीं उठाए। जिसके चलते यह स्थिति पैदा हुई है।